Sunday, June 30, 2013

जीवन क्या है? Jeevan Kya Hai?


जीवन क्या है, आसमान  के एक टुकडे  का, मीठा पानी,
गिरा जमीं पर, चला खड़ा हो, कहने को एक नयी कहानी,
थोडा हंसकर  ज्यादा रोया, जो भी पाया  सब कुछ खोया,
खारा होकर  दुनिया से, जब चला  न छोड़ी एक निशानी।

जीवन क्या है, आसमान  के एक टुकडे  का, मीठा पानी
n  Neeraj Dwivedi


7 comments:

  1. गहन अभिव्यक्ति .....
    बहुत अच्छी रचना ....शुभकामनायें ....

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  2. सुन्दर कविता......नीरज जी...

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  3. सुन्दर कविता......नीरज जी...

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  4. bahut sunder kavita hai aapki dil ko touch karne wali

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प्रशंसा नहीं आलोचना अपेक्षित है --

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