Monday, June 3, 2013

बोझ आँखों का Bojh Ankhon Ka

क्या देखते हो
आईने में 
लाल आंखें 
गालों पर सूखा पानी 
अपना हाल ....?

अब क्यों ये हाल बना रखा है?
बहा तो दिया 
अभी अभी 
थोड़ी देर पहले
सारा का सारा 
बोझ आँखों से ....

एक दो बूँद हैं 
शायद बच गयीं है
बनी रहने दो 
किसी और दिन काम आयेंगी।

-- Neeraj Dwivedi

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