Tuesday, April 16, 2013

मेरा भी इम्तिहान ले लो Mera Bhi Imtihan Le Lo


तुम आँसू  नहीं  जान ले लो ...
मेरा भी  इम्तिहान  ले  लो ...

छुआ तो  एहसास हो जाएगा,
हाथों में तीर  कमान ले लो ...

मरने दो  इंसानियत सड़कों पर,
दायें से अपना ईमान ले लो ...

सौप दो मुझे  भुखमरी और दर्द,
बाकी तुम सारा जहान ले लो ...

पलने दो मेरे भारत को गाँव में,
तुम शहरों का हिंदुस्तान ले लो ...

हम फकीरी  ठाठ से  पलते  हैं,
अपने किये हुए एहसान ले लो ...

छोड़ना नहीं अरबों की मिल्कियत,
जाते जाते अपना सामान ले लो ...
-- Neeraj Dwivedi

8 comments:

  1. पलने दो मेरे भारत को गाँव में...
    तुम शहरों का हिन्दुस्तान लेलो ।
    ये पंक्तियां रचना की जान हैं।
    सादर

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  2. वाह सुन्दर रचना |

    कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
    Tamasha-E-Zindagi
    Tamashaezindagi FB Page

    ReplyDelete
  3. आपकी यह बेहतरीन रचना शनिवार 20/04/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!

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  4. वाह ! अति सुंदर !

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  5. bhot khub ...waaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaah

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प्रशंसा नहीं आलोचना अपेक्षित है --

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