जीवन एक शब्द है या?
अनजान अनचाहे बेरंग,
ऊहा पटकों का पिटारा।
दो चार गम चंद खुशियाँ,
हँसने रोने का किनारा।
सरपट भागती दुनिया,
और खोने पाने का इशारा।
रिश्ते नाते प्रेम मित्र सब,
पल दो पल का सहारा।
जीवित भावनाएँ मिश्रित,
अश्रु और स्वेद का
पनारा।
स्वप्न की अनजान राहें,
झूंठे सत्य का शिकारा।
जीवन एक शब्द है या?
बहुत ही खूबसूरती से जिन्दगी को शब्दों में ढाला है आपने.....
ReplyDeleteरिश्ते नाते प्रेम मित्र सब,
ReplyDeleteपल दो पल का सहारा।..
खूबसूरत शब्द ..गहन अर्थ ..