Sunday, April 29, 2012

बद्दुया: कुछ शेर


2 comments:

  1. भाई नीरज जी बददुआ कर लीजिये अच्छी रचना बधाई

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  2. बहुत सुन्दर..!

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प्रशंसा नहीं आलोचना अपेक्षित है --

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