Monday, April 16, 2012

हक़ है हमें भी जीने का


5 comments:

  1. बोध कराती सुंदर रचना !

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  2. बिलकुल सच कहा,आपने.

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  4. यथार्थ का बोध कराती सुन्दर भावपूर्ण रचना |
    आशा

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प्रशंसा नहीं आलोचना अपेक्षित है --

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